स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करें? (2025 की Beginners के लिए आसान गाइड)

आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसकी कमाई का एक हिस्सा निवेश हो और पैसा खुद पैसा बनाए। अगर आप भी सोच रहे हैं कि स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करें  लेकिन आप एक बिल्कुल नए ( beginner) निवेशक हैं। तो यह लेख आपके लिए है।

इस लेख में हम क्या जानेगे

      • शेयर बाजार क्या होता है

      • कैसे शुरू करें

      • कितना पैसा लगाएं

      • कैसे सीखें बिना नुकसान के

      • लॉन्ग टर्म और शार्ट टर्म निवेश में अन्तर

    शेयर बाजार क्या होता है (stock market Kya hota Hai)

    स्टॉक मार्केट यानी शेयर बाजार एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कंपनियां अपने शेयर बेचती हैं और लोग उन्हें खरीदते हैं।जब आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं, तो आप उसके छोटे हिस्से के मालिक बन जाते हैं।

    उदाहरण के लिए : अगर आपने टाटा कंपनी का शेयर खरीदा, तो आप कंपनी में एक छोटे हिस्सेदार बन गए

    शेयर मार्किट में निवेश कैसे करें (share market Me Nivesh kese kare )

    डीमैट खाता खोलें (Demat Account खोलें

        1. सबसे पहले एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। इस के लिए आप Verified ब्रोकर के साथ जा सकते है। इसके लिए आप- Angle one , upstox or और भी काफी सारी कंपनी है। जो आप को डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलेने की सुविधा देती है। में आप को अकाउंट ओपन करने के Links भी दे दूंगा आप चाहो तो डाइरेक्ट भी लिंक्स पर क्लिक कर के अपना Demat और Trading Account खोल सकते है

        1. जब आप ये decided कर ले की आप को किस broker में अकाउंट ओपन करना है फिर आप play Store पर जाये और उस Broker कि (Application ) को Download करे और प्रोसेस को कम्पलीट करे।

        1. पहली बार में कितना पैसा लगाए
          शुरुआत में 500 या 1000 से निवेश करे इससे आप Share को ख़रीदना और बेचना सिख जाओगे की Oder कैसे लगता है। और जब हम शेयर को खरीद लेते है तो वह कहा पर Show होता है Demat अकाउंट में इस से मार्किट को लाइव देखने का उस को सीखें ने का मौका मिलता है

      स्टॉक मार्किट कैसे काम करता है (how the Stock market works)

      स्टॉक मार्किट एक ऐसा बाजार है जहाँ कंपनी अपने बिज़नेस को एक्सपैंड (Expaind) या बढ़ाने के लिए Shares को बेचती है जब उन शेयर को कोई भी खरीदता है तो वो उस कंपनी के छोटे से हिस्से का मालिक बन जाता है

      भारत में दो प्रमुख़ Stock Exchange hai)

      BSE- (Bombay Stock Exchanges)

      एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है इस की शुरुआत 1875 में मुंबई में हुई थी यहाँ हज़ारों कंपनियां लिस्टेड(Listed) है और ये सेंसेक्स(Sensex) को ट्रैक करता है

      NSE (National Stock Exchanges) इसकी स्थापना 1992 में हुई थी,और यह भी मुंबई में स्थित है ये भारत का पहला इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज था

      यहां निफ्टी (Nifty 50) इंडेक्स (Index) चलता है जो टॉप 50 कंपनियों को दर्शाता है

      निवेशक इन दोनों में से किसी भी एक्सचेंज के ज़रिये शेयर को खरीद – बेच सकते है
      आप सीधे एक्सचेंज पर ट्रेड नहीं कर सकते इसके लिए आप को एक ब्रोकर के पास डीमैट और ट्रेडिंग खाता ओपन करना होगा जैसे –Angle One , Zerodha, Upstox or भी काफी सारे brokers है)

      शेयर मार्किट में सबसे पहले क्या सीखना चाहिए

      अगर आप शेयर मार्किट में नए है तो शुरुआत करने से पहले कुछ बुनियादी चीज़ें समझना बेहद ज़रूरी है ये न सिर्फ आप के आत्मविश्वास को बढ़ाएंगी, बल्कि नुकसान के जोख़िम को भी कम करेंगी।

          • शेयर कैसे काम करते है?
            जब कोई भी कंपनी अपने कारोबार या व्यपार के लिए पैसा जुटाना चाहती है तो वो अपने हिस्से के “शेयर” को आम जनता को बेचती है और ख़रीदने वाला उन शेयर का मालिक बन जाता है जितनी शेयर की कीमत होती है। उतना कंपनी में हिस्से बन जाता है और जब कंपनी अच्छा परफॉरमेंस (Perpromance) करती है तो मुनाफा बढ़ता है और आप के शेयर की क़ीमत भी बढ़ती है जिस से आप को प्रॉफिट होता है इसके अलावा ,कुछ कंपनीया आप को डिविडेंट(Dividend) के रूप में भी पैसा देती है

          • कंपनी का बैलेंस शीट कैसे देखें
            Revenue(आय) – कंपनी कितनी कमाई कर रही है
            Profit (लाभ)– खर्चों के बाद कितना मुनाफ़ा बच रहा है
            Assets and Laibilities – कंपनी के पास क्या-क्या संसाधन है और कितना कर्ज़ है।
            Debt-to-equity ratio-कंपनी पर कितना कर्ज़ है यह खास तौर पर पर देखना ज़रूरी होता है

        शुरुआत में बहुत ज्यादा गहराई में जाने की जरूरत नहीं है लेकिन इन मूल बातों को समझना बहुत जरूरी है

        Nifty or sensex क्या होते है

        sensex (BSE)और Nifty 50 (NSE) भारत के दो प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक (Index)है। ये मार्किट की स्थिति को दीखाने वाले टॉप कंपनीयों का औसत प्रदर्शन दर्शाते है।

        Sensex- BSE की 30 सबसे बड़ी कंपनीयों का औसत है।
        Nifty 50- NSE की 50 टॉप कंपनीयों का औसत है।

        अगर Nifty/Sensex ऊपर जा रहे है, तो इसका मतलब ज़्यादातर कंपनीयों का प्रदर्शन अच्छा है।

        Long Term Vs Short term Investment

        long term investment kya hai

        जब कोई निवेश 3 वर्ष या उससे अधिक समय के लिए किया जाता है तो उसे दीर्घकालिक निवेश कहा जाता है इसमें धैर्य जरुरी होता है और येअक्सर सुरक्षित माना जाता है।

        short term investment

        ऐसा निवेश जो कुछ दिन से लेकर 1 साल के भीतर किया और निकला जाए वह short term investment कहलाता है। इसमें जोखिम ज़्यादा होता है लेकिन जल्दी मुनाफ़ा कमाने का मौका भी होता है।

        चलिए अब Long term or short term को टेबल के माध्यम में समझते है

        PointsLong term Investmentshot term investment
        Duration अवधि3 साल या उससे अधिककुछ दिन से लेकर 1 साल तक
        Risk रिस्ककम समय के साथ रिस्क घटता हैअधिक मार्केट मूवमेंट से प्रभावित
        return रिटर्नस्थिर और बढ़िया रिटर्न संभाविततेजी से रिटर्न लेकिन अनिश्चितता ज्यादा
        tax benifit टैक्स लाभलॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर टैक्स कम होता हैshort टर्म कैपिटल गेन्स पर टैक्स ज्यादा
        suitability उपयुक्तताधैर्य रखने वाले निवेशको के लिएएक्टिव ट्रेडिंग और तेज मुनाफ़े के इच्छुक लोग

        अगर आप शुरुआत कर रहे हैं तो पहले लंबी अवधि के निवेश से शुरुआत करना बेहतर हो सकता है क्योंकि इसमें जोखिम कम होता है और सीखने का टाइम भी मिलता है।

        सबसे पहले आपको एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है इसके लिए आप Angle one , upstox  जैसे ब्रोकर की मदद ले सकते हैं

        हां बिल्कुल शुरुआती निवेश निवेश के लिए पर्याप्त है जिस से आप शेयर को ख़रीदने और बेचने की प्रक्रिया को समझ सकते है।

        डीमैट अकाउंट में आपके शेयर जमा रहते है ,जबकि ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग शेयर ख़रीदे और बेचने के लिए किया जाता है।

        बाजार में जोखिम होता है लेकिन अगर आप रिसर्च के साथ लॉन्ग टर्म निवेश करते है तो यह सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है।

        लॉन्ग टर्म निवेश ३ साल या उससे अधिक के लिए होता है। और इस में रिस्क कम होता है, जबकि शॉर्ट टर्म निवेश १ साल से कम का होता है और इसमें रिस्क ज्यादा होता है लेकिन रीटर्न जल्दी मिल सकता है।

        हाँ ,लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर टैक्स कम लगता है, जिससे आपको टैक्स बेनिफिट मिल सकता है।

        ये भारत के प्रमुख स्टॉक इंडेक्स है जो बाजार की दिशा को दर्शाते है निफ़्टी टॉप 50 कंपनियों का औसत होता है और सेंसेक्स टॉप 30 का

        कम पैसे से शुरुआत करें ,अच्छी कंपनियों को चुनें भावनाओं में आकर ट्रैड ना करें ,और सही जानकारी के आधार पैर निर्णय लें।

        अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। इससे हमें और भी बेहतर और उपयोगी सामग्री बनाने की प्रेरणा मिलेगी 

        यह लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गयी जानकारी। किसी भी प्रकार की निवेश सलाह नहीं है। स्टॉक मार्किट में निवेश जोखिम के अधीन होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें 

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